उलझन...

उन किताबों की उलझन में कुछ नहीं रखा है, 

उससे बात की उलझन में किताबें सुलझा रखा है |

एक वो है जो हमेशा हमसे दूर है,

बस हमीं ने उसको दिल में बसा रखा है |

ईद का मसला क्या सिर्फ मेरे साथ है,

चाँद को गले लगाने का फितूर साथ है |

एक शिद्दत से मैंने उसकी आँखे सुनी हैं,

इस खरमास के बाद भी वो कंपन साथ हैं |

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