उसकी तस्वीर...

उसकी तस्वीर बिल्कुल उससे अलग है,
मैं कितना भी परेशान करूँ फिर भी हँसती है |

अन-बन हममे बस इतनी सी है,
मैं उसे जानता हूँ पर पहचानता नहीं |

अब तो हम एक दूजे से इतने रूठे हैं, 
मेरी ख्वाबों में भी उससे बात नहीं होती है |

वो अब भी मुझसे दूर है,
सिर पे मेरे अब भी उसका सुरूर है |

मौका देख रहा हूँ अपने दिलों को मिलाने का,
अपनी शेरवानी को उसके लहेंगे से मैच कराने का |

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